ABOUT THE EPISODE
द्रौपदी स्वायमवर के समापन से द्रौपदी विवाह तक का वर्णन। और इसी भाग में हमें प्रथम परिचय मिलता है श्री कृष्ण का, उनके अवतरण के वास्तविक कारण का, महादेव शिव का के पाँच इन्द्रों के दिए हुए शाप का। और इसी कारण से यहाँ हरी की जय है, हर की जय है।